हमारे इस समूह से जुड़े सभी लोग सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक हैं, जो स्व-प्रेरणा से छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश के सरकारी स्कूलों में नवाचारी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए पिछले 7-8 वर्षों से सोशल मीडिया में समूह बनाकर एवं एक-दूसरे से जुड़कर अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं। हमारा "नवाचारी गतिविधियाँ समूह, भारत" देश के सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों से जुड़ा एकमात्र एवं देश का सबसे बड़ा स्व-प्रेरित नवाचारी शिक्षक समूह है। इस समूह के मुख्य संचालनकर्ता शिक्षक छत्तीसगढ़ राज्य से हैं, साथ ही अन्य राज्यों के शिक्षकों का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।
शिक्षा किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होती है। यह न केवल आर्थिक विकास का आधार बनती है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को भी दिशा देती है। वर्तमान समय में जब दुनिया तकनीकी, डिजिटल और वैश्विक रूप से तीव्र गति से आगे बढ़ रही है, ऐसे में शिक्षा व्यवस्था भी निरंतर परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। इसी सोच से हमारे समूह का जन्म हुआ है।
वर्तमान में पूरे देश की शासकीय शालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों में एक महत्वपूर्ण पक्ष है "शिक्षा में नवाचार"। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) में भी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा एवं कक्षा अध्यापन में नवाचार के प्रयोग पर विशेष जोर दिया गया है। नवाचार के माध्यम से न केवल विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सकारात्मक सुधार होता है, बल्कि शिक्षकों के कौशल का भी विकास होता है।
हमारे समूह द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सहित पूरे देश में शिक्षकों द्वारा किए जा रहे नवाचारों और अन्य उत्कृष्ट कार्यों को सुनियोजित पाठ्य योजनाओं के माध्यम से WhatsApp, Facebook, Website, Blogspot तथा अन्य आधुनिक माध्यमों से प्रचारित किया जाता है। इसका उद्देश्य यह है कि शिक्षक एक-दूसरे से सीखकर और प्रेरित होकर अपने विद्यालयों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर कार्य कर सकें।
इस समूह की शुरुआत छत्तीसगढ़ राज्य से WhatsApp पर समूह बनाकर की गई थी। पहले समूह में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों एवं विकासखंडों के चुनिंदा शिक्षकों को जोड़ा गया और उन्हें आगे टीम मेंबर की जिम्मेदारी देकर समूह का विस्तार किया गया। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों और 146 विकासखंडों के अलग-अलग समूह हैं।
इसके बाद इस समूह का विस्तार राष्ट्रीय स्तर पर किया गया। लंबे समय तक मेहनत करने के बाद हम देश के सभी 28 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के शिक्षकों को अपने राष्ट्रीय समूह में जोड़ने में सफल रहे। आज इन सभी समूहों में लगभग 30,000+ शिक्षक सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
पिछले 4-5 वर्षों से हम शिक्षकों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से "राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान" कार्यक्रम का आयोजन करते आ रहे हैं। इस कार्यक्रम की संपूर्ण योजना, प्रक्रिया और क्रियान्वयन हमारे एडमिन टीम द्वारा किया जाता है, साथ ही सभी प्रकार के खर्च का वहन भी हमारी टीम स्वयं करती है।
वर्तमान मे शासकीय विद्यालय के प्रति लोगो की धारणाएँ सकारात्मक नही है। लेकिन हमारा मानना है कि छत्तीसगढ़ राज्य सहित पूरे देश के सरकारी विद्यालयों मे हजारों निष्ठावान शिक्षक/शिक्षिकाएं पदस्थ है जो पूरे समर्पण एवं नि:स्वार्थ भाव से अपने विद्यालय में बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रहें है। ये शिक्षक/शिक्षिकाएं अपने विद्यालयों में विभिन्न नवाचार, विभिन्न रोचक गतिविधियों, सहायक शिक्षण सामाग्रियो, विशेष प्रयोगो एवं प्रयासों सहित पाठ्येत्तर गतिविधियों मे उत्कृष्ट कार्य कर रहें है। जिससे कक्षा अध्यापन बहुत ही रोचक एवं सहज हुआ है। साथ ही ये अतिरिक्त समय, श्रम एवं धन लगाकर बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए योगदान दे रहें है। उनके अथक मेहनत एवं लगन पूर्ण कार्यो से बच्चो का सर्वांगीण विकास हो रहा है जिससे उनके विद्यालय की एक अलग और विशेष पहचान है।
नवाचारी गतिविधियाँ समूह, भारत ऐसे ही शिक्षक/शिक्षिकाओ का मंच है जिसमें पूरे भारत देश से शिक्षक/शिक्षिकाएं जुड़े है। हमारे टीम के साथियो द्वारा एक-दूसरे के उत्कृष्ट कार्यो को प्राप्त कर देश भर में प्रचार प्रसार कर अन्य शिक्षक/शिक्षिकाओं को प्रेरित कर रहे है। जिसमे हमें सफलता मिल रही है।
हमारा विश्वास है कि प्रत्येक विद्यार्थी एक विशेष प्रतिभा के साथ जन्म लेता है और प्रत्येक शिक्षक में उसे निखारने की अद्भुत क्षमता होती है। नवाचारी गतिविधियाँ समूह का सपना है एक ऐसे शिक्षा तंत्र का निर्माण करना जहाँ सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक स्वप्रेरणा से नवाचारों के माध्यम से शिक्षण प्रक्रिया को अधिक रोचक, प्रभावशाली और विद्यार्थी केंद्रित बना सकें।
हम एक ऐसा सामूहिक मंच बनाकर कार्य कर रहे है जहाँ देशभर के सरकारी विद्यालयों के शिक्षक आपसी सहयोग, नवाचारों की साझेदारी और प्रेरणा के आदान-प्रदान से एक-दूसरे को सशक्त करें, ताकि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार हो और हर बच्चा अपने संपूर्ण विकास की ओर अग्रसर हो सके।
नवाचारी गतिविधियाँ समूह,भारत टीम निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्यों के साथ कार्यरत है:--
(1) सरकारी विद्यालयों मे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देना--
अतिरिक्त समय एवं प्रयास करके देश भर से सरकारी विद्यालयों मे पदस्थ शिक्षकों द्वारा विद्यालयों में किए जा रहे नवीन एवं रचनात्मक कार्यो से सरकारी विद्यालयों मे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देना एवं अन्य शिक्षको को प्रेरित करना.
(2) नवाचारों का प्रचार-प्रसार:-
शिक्षकों द्वारा विद्यालयों में किए जा रहे नवीन, रचनात्मक एवं प्रभावी शिक्षण कार्यों, शिक्षण सामग्री और गतिविधियों को एकत्रित कर उनका प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और अन्य आधुनिक संचार माध्यमों से करना। ताकि अन्य शिक्षक उसे अपना कर स्वयं के विद्यालय मे लागू कर सके.
(3) एक दूसरे से सिखना-सिखाना एवं प्रेरित करना:--
एक ऐसा मंच प्रदान करना जहाँ शिक्षक अपने नवाचारों और अनुभवों को साझा कर सकें और दूसरों से सीखकर अपने विद्यालय में भी बेहतर क्रियान्वयन कर सकें। इस समूह से शिक्षकों के कौशल मे भी विकास हो रहा है.
(4) शिक्षकों का सशक्तिकरण:--
सरकारी विद्यालय मे बेहतर एवं उत्कृष्ट कार्य कर रहे उन शिक्षकों को पहचान दिलाना और सहयोग प्रदान करना जो सीमित संसाधनों में भी बच्चो को विकास के लिए निरंतर नवाचारी प्रयास कर रहे हैं ताकि उनका आत्मबल बढ़े और वे दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बनें।
(5) सकारात्मक शैक्षिक वातावरण का निर्माण:--
हम हमारे समूह के माध्यम से सरकारी विद्यालय के प्रति नकारात्मक धारणा को खत्म करना चाहते है. सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के सहयोग से ऐसा वातावरण निर्मित करना जहाँ बच्चे न केवल पाठ्यक्रमीय ज्ञान प्राप्त करें बल्कि रचनात्मक सोच, समस्या समाधान और सामाजिक मूल्यों को भी आत्मसात करें।
(6) सामूहिक प्रयास और नेटवर्किंग को बढ़ावा:--
शिक्षकों के बीच सहयोग और नेटवर्किंग की भावना को मजबूत कर, एक ऐसा समुदाय बनाना जो न केवल अपने विद्यालय के लिए बल्कि राज्य और देश के स्तर पर भी शिक्षा में नवाचार की दिशा तय कर सके। साथ ही अपने आपने आस पास के साथ साथ देश भर के राज्य से जुड़ कर उनके कार्यो को अपना सके.
(7) सोशल मीडिया एवं टेक्नालाजी का सदुपयोग:--
वर्तमान में सोशल मीडिया एवं मोबाईल हमारे दैनिक जीवन का एक हिस्सा बन गया है, तो हम सोशल मीडिया के माध्यम से इन नवाचारों का आदान-प्रदान कर रहे है, जिससे सोशल मीडिया का सदुपयोग हो सके.